*रिपोर्ट:- मनीशंकर दिवाकर*
बाबा गुरु घासीदास जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सतनाम मेला महोत्सव में कवि सम्मेलन संपन्न-
मुंगेली:- ग्राम साल्हेघोरी तहसील लोरमी जिला मुंगेली में संत शिरोमणि परमपूज्य गुरु घासीदास बाबा की जयंती के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष दो दिवसीय सतनाम मेला महोत्सव का आयोजन किया जाता है,इस वर्ष मेला महोत्सव का आयोजन 26 और 27 दिसम्बर 2022 को किया गया। मेला महोत्सव में सतनाम संगोष्ठी का प्रथम बार आयोजन था। जिसे लेकर गांव में खूब चर्चा व उत्सुकता थी, युवाओं में इस बौद्धिक आयोजन को लेकर खासा उत्साह दिखा गुरु घासीदास बाबा के तैल चित्र की पूजा आरती के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई, आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ.अनिल कुमार भतपहरी सचिव छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग उपस्थित रहे, कार्यक्रम की अध्यक्षता रायपुर से पधारे वरिष्ठ साहित्यकार ज्ञानी लहरे ने की, कार्यक्रम में अतिथि के रूप में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ सरपंच श्रीमती गुड्डी बाई अंजोरदास खाण्डे की गरिमामय उपस्थिति रही।सुखदेव सिंह"अहिलेश्वर" द्वारा प्रस्तुत गुरु वंदना- हे गुरु घासी घट-घट वासी सतगुरु बाबा मोर...के साथ संगोष्ठी सह कवि सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। सतनाम युवा समिति और सतनामी समाज साल्हेघोरी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम का संयोजन सरपंच पुत्र बालकदास खाण्डे ने किया था। साहित्यकारों कवियों द्वारा प्रस्तुत सतनाममय रचनाओं को सुधि श्रोताओं की भीड़ के द्वारा जिसमें महिलाएं अधिक थीं शान्त चित्त होकर पूरे आत्मीय भाव के साथ देर रात तक सुना गया। डी एल भास्कर मुंगेलिहा के शानदार मनभावन संचालन में रचनापाठ करने वाले कवि रहे डॉ.अनिल कुमार भतपहरी, भरत मस्तुरिया, सुखदेव सिंह'अहिलेश्वर', डी पी लहरे'मौज', जुगेश बंजारे'धीरज', मनोज खाण्डे 'मन' मणीशंकर दिवाकर 'गदगद', प्रेमदास प्रेम, नोकेश मधुकर 'आजाद', चैतराम टण्डन व अभय पात्रे। ज्ञानी लहरे ने अध्यक्षीय उद्बोधन के साथ गुरु घासीदास को समर्पित अपनी रचनाएं पढ़ी। कार्यक्रम को सफल बनाने ऊर्जावान विचारवान नवयुवकों किशन चतुरविजानी, पूरन बंजारे, सुनील मिरी, करन मिरी, राजू खाण्डे, गिरधर खाण्डे, राजकुमार भास्कर और सुनील खाण्डे ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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