आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका भर्ती में उदयपुर परियोजना अधिकारी पर रिश्वतखोरी का आरोप।
उदयपुर सरगुजा जिले उदयपुर मुख्यालय अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका भर्ती में खुलकर रिश्वतखोरी का आरोप अभ्यर्थियों ने परियोजना अधिकारी पर लगाया है।
मामला चार महीने पहले उदयपुर मुख्यालय में 59 पंचायत पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी किया गया था जिसमें गांव के सैकड़ो लोगों ने फॉर्म भरे थे।
बताया जा रहा है कि पात्र अभ्यर्थियों को परियोजना अधिकारी द्वारा बुलाकर पैसे का डिमांड कर पूरा नहीं करने वाले अभ्यर्थियों को अपात्र किया गया।
जिससे आहत होकर अभ्यर्थियों ने दावा आपत्ति प्रस्तुत कर विरोध जताया लेकिन गरीब वर्ग के अभ्यर्थियों द्वारा डिमांड पूरा नहीं कर पाने पर उनका सुनवाई नहीं किया गया।
ग्राम मानपुर तुरीयापारा के लिए सहायिका के पद के लिए मीना यादव समेत चार अभ्यर्थियों ने फॉर्म भरा था जिसमें मीना यादव पति स्व. अनित कुमार ने बताया कि पात्रता के हिसाब से उसने विधवा प्रमाण पत्र समेत सभी कागजात प्रस्तुत किया था उसने बताया कि परियोजना अधिकारी ने 50000 हजार रुपए घुस की मांग किया असहाय होने के कारण उसने मांग पूरा नहीं पाई जिससे उसका नियुक्ति नहीं किया गया।
उसने यह भी बताया कि गांव के तुरियापारा आंगनबाड़ी में सहायिका का कार्य 5 वर्षों से पहले से कार्य कर रही सुनीता दास पति स्व.स्मृति दास भी अधिकारियों का डिमांड पूरा नहीं कर पाई तो उसे भी हटा दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक यह भी बात सामने आ रही है कि कार्यकर्ता भर्ती में 150000 और सहायिका भर्ती में 50 से सत्तर हजार तक लिया गया है पहले पात्र लोगों को साधा गया जो नहीं दे पाए उनका सूची से नाम हटाकर अपात्र लोगों को लास्ट वरीयता सूची में नाम निकला गया।
ग्राम पंचायत सरपंच ने बताया कि विवाह कर दूसरे पंचायत में चली गई उसने फॉर्म भरा तो लेनदेन कर दूसरे पंचायत के अभ्यर्थी को चयनित कर दिया गया जिससे गांव के अभ्यर्थी वंचित रह गए
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