लोकेशन बालोद
संजय कुमार
*गायों को दुर्घटना से बचाने के लिए गले में रेडियम बैंड लगा रहे हैं परसुली(देवरी)गाँव के युवा**
डौण्डी से राजनांदगांव जाने वाली सड़क पर बैठी आवारा गायें रात के समय चालकों को नहीं दिखती हैं। जिससे अक्सर दुर्घटना का शिकार हो रही हैं। इस तरह की दुर्घटना रोकने के लिए गायों के गले में रेडियम बैंड लगाने का कार्य युवाओं का एक दल कर रहा है।
सड़क पर गायों की संख्या बढ़ने से दुर्घटना के मामले भी ज्यादा हो गए हैं। आवारा गायों के पुनर्वास के सभी प्रयास विफल नजर आ रहे हैं। सड़क पर मौजूद गायों के साथ अक्सर रात को दुर्घटना हो रही है। ऐसे में गायों की सुरक्षा के लिए गौ रक्षा दल से जुड़े गौसेवक युवाओं का दल अनूठा प्रयास कर रहा है। दल में शामिल विक्की सिन्हा ने बताया कि वह बीते कई दिनों से रेडियम की पट्टी को गायों के गले में बांध रहे हैं। जिसका असर यह है कि रात के समय गाय के गले में रेडियम पट्टी दूर से ही चमकने लगती है।
ट्रक व अन्य बड़े वाहन चला रहे चालक गाय, बछड़े आदि को देखकर सावधान हो रहे हैं। जिससे गायों की दुर्घटना में कमी आने की संभावना जताई जा रही है। गाँव के गणमान्य नागरिकों ने बताया कि गायों को लोग खुला सड़क पर छोड़ दे रहे हैं। दुर्घटना होने के बाद उनका दल गायों के इलाज का कार्य कर रहा है। ऐसे में रेडियम बैंड लगने से रात के समय भी गाय की दृश्यता बनी रहेगी। जिससे दुर्घटना के मामले कम हो जाएंगे। इस कार्य में विक्की सिन्हा, निखिल साहू, नागेन्द्र साहू, युगलकिशोर साहू, जीत साहू, आकाश साहू, केशव साहू, वामन सिन्हा, जुमन सोनकर, रवि सोनकर, ट्विंकल व कुछ महिलाओं आदि कार्य कर रहे हैं।
बिल्ली के गले में घंटी बांधने जैसा कार्य
छात्रा ट्विंकल ने बताया कि गायों के गले में रेडियम बैंड लगाना बिल्ली के गले में घंटी बांधने जैसा है। छोटे बछड़ों के गले में बैंड बांधना आसान है, लेकिन बड़ी गाय व सांड़ के गले में बैंड बांधना काफी खतरे से भरा कार्य है। कई बार बैंड बांधते समय गाय व बैल घसीटने लगते हैं। हमला करने की भी संभावना रहती है। इसके बाद भी गायों की सुरक्षा के लिए दल के सदस्य अपने कार्य से समय निकालकर लगे हुए हैं। व दुर्घटना में हरि शरण हो चुके पशुओं का अंतिम संस्कार का प्रयास भी इन युवाओं के द्वारा किया जा रहा है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है परंतु यह कार्य जिम्मेदारी पूर्ण होने के साथ साथ जोखिम पूर्ण व बहुत बड़ा भी है जिसे करने में इन युवाओं को कई परेशानी का सामना करना पड़ता है क्योकि जहां यह इस भले कार्य में लगे है वहीं कुछ मनचले व बदमाश लड़के कुछ गायों के गले में लगे रेडियम बैंड को निकाल दे रहे है।इसलिए यह ग्रामीण युवा समस्त ग्रामवासी व अन्य लोगो से आग्रह कर रहे है कि प्रत्येक व्यक्ति वर्ग इस अभियान में सहभागी बने ताकि हमारी गौ माता की रक्षा हो सके।
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