**सरकतराई में जनपद निधि का दुरुपयोग: पूर्व जनपद पंचायत सदस्य की निजी भूमि पर अवैध बोर खनन, तीन साल बाद खुली पोल*
संवादाता मंदीप चौरे
स्थान खैरागढ़
खैरागढ़.जनपद पंचायत निधि के तहत वर्ष 2022-23 में ग्राम देवरी के आश्रित ग्राम सरकतराई में एक गंभीर अनियमितता का मामला सामने आया है। यहाँ पेयजल व्यवस्था के लिए स्वीकृत ₹1 लाख 55 हजार की राशि से एक निजी भूमि पर अवैध रूप से बोर का खनन किया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस भूमि पर यह खनन कार्य हुआ, वह पूर्व जनपद पंचायत सदस्य मंजू धुर्वे की निजी संपत्ति है। तीन साल बीत जाने के बाद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस पूरे प्रकरण में अधिकारियों से लेकर पूर्व सरपंच केजराराम साहू और सचिव तक की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है। आरोप है कि बिना किसी आधिकारिक निरीक्षण और नियमों का उल्लंघन करते हुए इस कार्य के लिए जनपद निधि से सरकारी राशि जारी कर दी गई।
ग्रामीणों का कहना है कि यह सीधे तौर पर सरकारी धन का दुरुपयोग है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभावशाली होने के कारण पूर्व जनपद पंचायत सदस्य पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। वे इस मामले में शामिल सभी लोगों की जवाबदेही तय करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
संबंधित अधिकारियों से संपर्क करने के प्रयास विफल रहे, जिससे मामले को दबाने की आशंका और बढ़ गई है।
ग्रामीणों ने इस गंभीर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है ताकि सच्चाई सामने आ सके और सरकारी धन के दुरुपयोग पर लगाम लगाई जा सके। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पर संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच कराते हैं और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करते हैं या नहीं।
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