ग्राम बुद्धूभरदा में भव्य पशु मेला एवं प्रदर्शनी संपन्न
पशुपालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मजबूत आधार : डॉ. चटर्जी
डोंगरगांव। विकासखंड डोंगरगांव के ग्राम बुद्धूभरदा में मंगलवार को पशुधन विकास विभाग के पशु चिकित्सालय अर्जुनी द्वारा भव्य पशु मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उन्नत नस्लों के अनेक पशुओं की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें उच्च दुग्ध उत्पादन देने वाली गायें, भैंसें, बेहतर नस्ल के बैल, बकरे-बकरियां प्रमुख आकर्षण रहे।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य श्रीमती विभा साहू उपस्थित रहीं। उन्होंने अपने संबोधन में पशुपालकों को सरकार की योजनाओं व पशुधन विकास के महत्व की जानकारी दी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में पशुपालन की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला।
विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्राम पंचायत बुद्धूभरदा की सरपंच श्रीमती चांदनी साहू ने भी कार्यक्रम में शिरकत की और पशुपालकों का उत्साहवर्धन किया।
पशुपालकों को संबोधित करते हुए विभाग के उपसंचालक डॉ. अनूप चटर्जी ने कहा कि पशुपालन ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ है। उन्होंने बताया कि यदि गांव के भीतर ही पशुपालन को बढ़ावा दिया जाए तो धन का चक्र गांव में ही बना रहता है, जिससे ग्रामीणों की आय में इजाफा होता है।
डॉ. अजय शर्मा ने उन्नत नस्लों की पहचान और उनके महत्व की जानकारी दी, वहीं डॉ. आदित्य चंद्राकर ने पशुओं में होने वाली बीमारियों एवं उनके रोकथाम के उपाय साझा किए।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. एम.के. देशलहरे ने आधुनिक समय में पशुओं की स्थिति पर केंद्रित कविता पाठ कर सभी का ध्यान आकर्षित किया। साथ ही उत्कृष्ट पशुपालकों को मुख्य अतिथि के हाथों पुरस्कृत भी किया गया।
इस अवसर पर डॉ. महेश केसरिया, डॉ. वीरेंद्र रामटेके, समस्त पशु चिकित्साधिकारी, प्राइवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता, विभागीय कर्मचारी, ग्रामवासी एवं बड़ी संख्या में पशुपालक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर डॉ. देशलहरे ने सभी आगंतुकों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
डोंगरगांव से ओमकार साहू की रिपोर्ट
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