*शुभ मुहूर्त पर रक्षाबंधन का त्यौहार अचल में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा*।
दुर्गूकोदल । रक्षाबंधन 9 अगस्त को शुभ मुहूर्त में सुबह 5.47 बजे से दोपहर 1.24 बजे तक मनाया जाएगा। इस दौरान बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध सकती हैं। भद्रा काल 8 अगस्त को दोपहर 2.12 बजे शुरू होगा और 9 अगस्त को रात 1.52 बजे समाप्त होगा, इसलिए 9 अगस्त को भद्रा का साया नहीं रहेगा। स्वामी डॉ. इंदुभवानंद महाराज ने बताया कि रक्षाबंधन पर शनिवार को पूर्णिमा तिथि दोपहर 1.24 बजे तक रहेगी। श्रवण नक्षत्र भी पूर्णिमा तिथि को दोपहर 3.30 बजे तक रहेगा। यह बड़ा उत्तम संयोग है कि पूर्णिमा तिथि और श्रवण नक्षत्र दोनों के संयोग में यह पर्व मनाया जाएगा। उदया तिथि भी इसी दिन पड़ रही है। ऐसे में तीन मुहूर्त के बीच रक्षाबंधन का पर्व मनाना शुरू रहेगा। वहीं, ज्योतिषाचार्य डॉ. दत्तात्रेय होस्केरे का कहना है कि इस दिन विद्या आरंभ कराना शुरू है। शास्त्रों में उल्लेख है कि इस दिन ऋषि मुनि अपने आश्रम में छोटे बच्चों को विद्या अध्ययन शुरू कराते थे। पंच गव्य से हवन करते थे, जिसे 'उपाकर्म' कहा जाता था। ऐसे में रक्षाबंधन के दिन मां शारदा का स्मरण कर बच्चों को रक्षासूत्र बंधवाने के बाद हाथ में नई कलम पकड़ाकर किसी सफेद कागज पर 'ऐं' अक्षर लिखवाकर विद्या आरंग करवाएं।आर्टिफिशियल राखियों की रेंज में ही सोने-चांदी की राखियां बाजार में उपलब्ध हैं। सोने-चांदी की राखियों के अलावा मार्केट में इनके गिफ्ट आइटम भी मिल रहे हैं। सराफा कारोबारीयों ने बताया कि सोने-चांदी की राखियों के अलावा बहनों को देने के लिए लाइट वेट सोने-चांदी के गिफ्ट भी मिल रहे हैं।सुबह 5.47 से शुभ मुशुभ मुहूर्तः सुबह 5.47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक। यह रक्षाबंधन के लिए सबसे शुभ समय है।अभिजीतः दोपहर 12 बजे से 12.53 बजे तक। यह भी राखी बांधने के लिए एक अच्छा समय है। सर्वार्थ सिद्धि योगः सुबह 5.47 बजे से दोपहर 2.23 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा, जो कि शुभ है।सराफा और गिफ्ट बाजार में आर्टिफिशियल राखियों के डिजाइन में इस बार खास बदलाव नजर आ रहा है। मोती, डे जरी, जरीकस, कुंदन, सिल्क धागों और मोतियों से बनी राखियों में भैया-भाभी के लिए 'लुम्बा सेट' भी खूब बिक रहे हैं। बच्चों के लिए कार्टून कैरेक्टर, एलईडी लाइट वाली और सुपरहीरो थीम वाली राखियां आकर्षण का केंद्र है।सराफा बाजार में सोने-चांदी की राखियों की मांग हर साल की तरह इस बार भी बनी हुई है। सराफा कारोबारीयों ने बताया कि चांदी की राखियों की कीमत 150 से शुरू है, जो 5 से 10 हजार रुपए तक हैं। वहीं सोने की राखियां 14 सौ से शुरू होकर 1 लाख रुपए तक मिल रही हैं। हीरे की राखियां भी उपलब्ध हैं। इन राखियों पर मेहंदी और मिनाकारी की बारीक नक्काशी, धार्मिक प्रतीक जैसे 'गणेश', 'ॐ', 'स्वास्तिक' और 'श्री' के डिजाइन उकेरे गए हैं। स्थानीय बाजार दुर्गूकोदल में राखी त्यौहार को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है मुन्ना राखी के संचालक बालमुकुंद सिंह अविनाश सिंह ने बताया है कि इस बार रक्षाबंधन पर अलग-अलग वैरायटी के राखी उपलब्ध है जिसमें ₹5 से लेकर ₹200 तक राखियां बिक रही है और इस तरह से रक्षाबंधन का त्यौहार में बाजार का मौहाल उल्लास पूर्ण है।
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