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Gariyaband: झोलाछाप डाक्टरों पर मेडिकल टीम की छापेमारी कारवाई*

*झोलाछाप डाक्टरों पर मेडिकल टीम की छापेमारी कारवाई*


रिपोर्टर --जयविलास शर्मा 



गरियाबंद_पेंड्रा में आदिवासी युवक का जानलेवा उपचार करने वाले संजू मंडल के क्लिनिक की तलाश में निकले मेडिकल टिम को मैंनपुर इलाके में संजू मंडल की तरह इलाज करने वाले कई ठिकाने मिले। एक कमरे में संचालित मल्टी स्पेशलिटी क्लिनिक दिखा तो बगैर डिग्री उपचार करने वाले मास्टर का भी ठिकाना मिला।ठोस कार्यवाही के बजाए नोटिस थमाकर लौटी टिम।

   कलेक्टर के निर्देश पर    बुधवार को जिला स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम मैनपुर ब्लॉक में छापा मार कार्यवाही करने निकली थी। नर्सिंग एक्ट के नोडल डॉक्टर हरीश चौहान के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम ने पहले मैनपुर मुख्यालय से 100मीटर दूर पर संचालित सरकार क्लिनिक में दबिश दिया।फिर अमलीपदर मुख्य मार्ग में भाठी पारा में एक कमरे में संचालित मल्टी स्पेशलिटी क्लिनिक पहुंची टिम।दोनो जगह पर संचालक अपने मेडिकल कारोबार को चलाने बगैर अनुमति के क्लिनिक का संचालन कर रहे थे।यहां दवा,उपचार के इंस्ट्रूमेंट, ओपन निडिल के अलावा क्लिनिक संचालन के कई प्रमाण मिले।


टिम पहुंचने से पहले स्कूल में छुपाए उपकरण_ अगले पड़ाव में मेडिकल टिम सरना बहाल पहुंची।यहां के स्कूल में  पढ़ाने वाला एक  शिक्षक द्वारा उपचार करने की जानकारी मिली।उसके ठिकाने पर  छापे मारी में दवा और उपचार के प्रमाण मिले।बताया जाता है कि टिम जब 6 किमी दूर भाठि पारा में कार्यवाही कर रही थी,उसकी भनक मास्टर को लग गई। आनन फानन में मास्टर ने अपने कथित क्लिनिक से सारा आपत्ति जनक समाग्री समेट लिया, कई इंस्ट्रूमेंट को स्कूल के लैब में छुपाया।और फिर जब टिम पहुंच जिन सामग्रियों को बरामद किया उसे निजी उपयोग के लिए रखना बता दिया।


छापेमारी की भनक लगी तो कईयों के दरवाजे बंद हो गए_ मैनपुर ब्लॉक में अमली पदर क्षेत्र में 30 से ज्यादा झोलाछाप सक्रिय है।कुछ बड़े तो कुछ छोटे।राजनीतिक रसूख प्राप्त दुकान खोल कर उपचार कर रहे जिन्हें मेडिकल संचालकों से ताकत मिली है वे चलते फिरते उपचार कर रहे।गोहरापदर के कुछ मेडिकल संचालक कईयों झोलाछाप को बेकअप देकर अपनी दुकानें चलवा रहे। ऐसे लोग टिम की आने की भनक मिलते ही दुबक गए। खडारी पारा के वेटनरी जो मानव का इलाज करता है वो भी दुबका,वही अमली पदर के अंजना क्लिनिक का दरवाजे में भी ताला लटका मिला।


*दो झोलाछाप के खिलाफ एफआर दर्ज*


_ अमलीपदर इलाके में क्लिनिक संचालन करने वाले संजू मंडल और बबलू तांडी द्वारा गरियाबंद के पेंड्रा में 40 वर्षीय युवक के बवासीर इलाज किया गया था।20 अगस्त को उपचार करने गए झोला छाप 30 हजार में सौदा किए हुए थे।23 अगस्त को पीड़ित पुरुषोत्तम ध्रुव की तबियत बिगड़ी तो पूरी फीस लिए बगैर लहू लूहान हालत में पीड़ित को बंद कमरे में छोड़ भागे थे।जिससे उसकी मौत हो गई थी।26 जुलाई को कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कर लिया है।दोनो आरोपी की तलाश पुलिस कर रही है।लेकिन इस घटना के बाद अमलीपदर इलाके में बेखौफ झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्यवाही का निर्देश कलेक्टर ने दिया था।


*नोटिस दी जा रही है,जिन्हें संचालन करना है वे नर्सिंग एक्ट के तहत पंजीयन कराएंगे*


_टिम को लीड कर रहे जिला नर्सिंग एक्ट के

नोडल अफसर हरीश चौहान ने बताया कि, जहा भी हमें नियम विरुद्ध संचालन के प्रमाण मिले उन्हें नोटिस दी जा रही है।जिन्हें संचालन करना है उन्हें विधिवत लाइसेंस लेना पड़ेगा।अवैध क्लिनिकों के संचालन की सूचना पर आगे भी कार्यवाही लगातार जारी रहेगी।

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