लोकेशन बालोद
संजय कुमार
*पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती जिला संगोष्ठी एवं आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान व जीएसटी नेक्स्ट जेन रिफॉर्म,, जिला कार्यशाला का आयोजन सम्पन्न हुआ*
*पंडित दीनदयाल जी का सबसे क्रांतिकारी योगदान एकात्म वाद का दर्शन भारतीयता के संवाहक विचारों के युग पुरुष थे पंडित उपाध्याय*
*नैतिकता के सिद्धांत किसी के द्वारा बनाई नहीं जाते बल्कि खोजे जाते हैं पंडित दीनदयाल*
दिनांक -25.9.2025
दिन- गुरुवार
स्थान -भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यालय जूंगेंरा,, बालोद
आज भारतीय जनता पार्टी जिला कार्यशाला में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर संगोष्ठी एवं आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान और जीएसटी नेक्स्ट जेन रिफॉर्म पर जिला कार्यशाला का कार्यक्रम रखा गया।
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता *श्री खूबचंद जी पारख,* उपाध्यक्ष 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति छत्तीसगढ़ शासन एवं *श्री जगदीश रामू रोहरा* महापौर नगर निगम धमतरी व पूर्व प्रदेश महामंत्री भाजपा की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की शुरुआत पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर पूजा अर्चना के साथ गई।
कार्यक्रम का संचालन जिला *महामंत्री राकेश छोटू यादव* ने किया।
सर्वप्रथम जिला *अध्यक्ष चेमन देशमुख* ने स्वागत उद्बोधन में कहा-भारतीय जनता पार्टी जिला के सभी जनप्रतिनिधि गण जिला पदाधिकारी गण वरिष्ठ नेता एवं मंडल अध्यक्ष से लेकर बूथ तक के सभी कार्यकर्ता पार्टी के हर कार्यक्रम को जमीनी स्तर तक पूरा कर रहे हैं मैं सभी को धन्यवाद देता हूं और इसी तरह पार्टी के हर कार्यक्रम को हमारे साथ कंधे से कंधे मिलाकर करते रहे।
उन्होंने आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर अपनी बात रखी और कहा-आज हम सब भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में, एकात्मक मानववाद भारतीय परंपरा कार्य सिद्धता संस्कार क्षमता बौद्धिक प्रखरता राजनीतिक संस्कृति संगठन करता विचारक राष्ट्र निर्माण संस्कृत पुनरुत्थान पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 108 वीं जन्म जयंती मना रहे हैं, इस अवसर पर मैं उन्हें शत-शत नमन करता हूं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
आत्मनिर्भर भारत व जीएसटी के विषय में वक्ता *जगदीश रामू रोहरा* ने अपनी बात रखी और कहा-जीएसटी की बातें तो देश में पहले भी होती थी जब कांग्रेस थी और कांग्रेस सिर्फ कहती रहती थी लेकिन कर नहीं पाई यह तो हमारे नरेंद्र मोदी जी की ताकत है और आत्मविश्वास और उनका साथ दिया है वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण जी ने जिन्होंने भारत की सभी जनता जो टैक्स से परेशान थी व्यापारी से लेकर आम जनता सभी को राहत देते हुए उन्होंने जीएसटी में बहुत बदलाव किया और टैक्स को कम किया, 28% से 18 परसेंट 12 परसेंट से 5% तक काम होना इससे लोगों को बहुत राहत मिली है पैसे की बचत भी होगी और व्यापार में रौनकता आएगी, बीमा में जीएसटी पूरी तरीके से जीरो कर दिया गया। और उन्होंने जीएसटी के विषय में बहुत सारी बातें बताई।
आत्मनिर्भर के बारे में उन्होंने अपने विचार रखें और कहा आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान 25 सितंबर 2025 से 25 दिसंबर 2025 तक चलने वाला है, यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी जी की निरंतर सामाजिक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर बल देते हैं उनका आत्मनिर्भरता का आह्वान देश भर के विभिन्न आयामों में गूंज रहा है माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भारतीय विवाह स्थलों को लोकप्रिय बनाने का प्रयास भारतीय पर्यटन स्थलों के के भ्रमण एवं Go Vocal For Local का हवन पूरे देश में प्रतिनिधित्व हो रहा है।
नीति और आर्थिक क्षेत्र में आत्मनिर्भरता एक प्रमुख चर्चा का विषय रहा है।
आत्मनिर्भरता का यह संदेश आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के माध्यम से देश के हर नागरिक तक पहुंचाया जाए और उन्हें स्वदेशी उत्पादों के उपयोग तथा स्वदेशी जीवन मूल्यों को अपनाने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया जाए।
दुर्गा पूजा एवं गरबा महोत्सव के दौरान पूजा समिति के साथ समय में कर पूजा पंडालों में आत्मनिर्भर भारत थीम सुनिश्चित की जा सकती है ।
रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और ऑपरेशन सिंदूर प्रधानमंत्री मोदी श्री मोदी जी ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का एक उदाहरण बताया । भारत को निर्णायक और स्वतंत्र रूप से कार्य करने में सक्षम बनाती है
मोदी जी ने दुनिया की फार्मेसी के रूप में भारत की ताकत पर प्रकाश डाला ।
भारत की कोविद-19 प्रतिक्रिया से प्रेरणा लेते हुए जहां स्वदेशी टीका और कोविद जैसे मंचों में दुनिया भर में लाखों लोगों की जान बचाई उन्होंने राष्ट्र से नवाचार की भावना का विस्तार करने का आग्रह किया।
मोदी जी ने नागरिकों और दुकानदारों से वोकल फाॅर लोकल के तहत भारत में निर्मित वस्तुओं का समर्थन करने का आग्रह किया और भारत के आर्थिक और औद्योगिक आधार को मजबूत करने के लिए दुकानों के बाहर स्वदेशी बोर्ड जैसे दृश्य प्रचार का आह्वानकिया।
मिशन सुदर्शन चक्र परंपरा का सम्मान और अक्षय को मजबूत करना प्रधानमंत्री श्री मोदी के मिशन सुदर्शन चक्र के शुभारंभ का भी ऐलान किया जिसका मकसद दुश्मन की रक्षा घुसपैठ को बेहतर करना और भारत की आक्रामक क्षमताओं को बढ़ाना है।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता *श्री खूबचंद पारख जी* ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर अपने उद्बोधन में कहा-गांवों में घूम कर किसानों मजदूरों से मिलकर उन्होंने भारत की आत्मा को समझा उनका मानना था, कि भारत की प्रगति की कुंजी उसकी मिट्टी उसके गांव और उसके लोगों में छुपी है। नैतिकता के सिद्धांत किसी के द्वारा बनाये नहीं जाते बल्कि खोजे जाते हैं।
दीनदयाल जी का मानना था कि किसी भी नीति की सफलता का पैमाना यह है कि वह समाज के सबसे कमजोर वर्ग तक कितनी पहुंचती है।
भारत की आत्मा को यदि किसी विचार ने गहराई से स्पष्ट किया तो वह है "एकात्म मानववाद" और उसके प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी।
उनकी जयंती 25 सितंबर केवल 1 तारीख में नहीं बल्कि एक विचार की पुनर्जनन की प्रेरणा है, एक ऐसे भारत का संकल्प जहां समाज का अंतिम व्यक्ति भी विकास के मुख्य धारा में शामिल हो।
दीनदयाल जी का जीवन सादगी का प्रतीक था उनका चिंतन ऊंचा और दृष्टिकोण इतना विशाल की वह आज भी हमें दिशा देता है वह ना केवल एक राजनेता या दार्शनिक थे, बल्कि भारतीय संस्कृति के संवाहक सामाजिक अभियंता और एक ऐसे युग पुरुष थे, जिनके विचारों ने भारत को अपनी जड़ों से जोड़कर भविष्य का रास्ता दिखाया।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का जन्म 25 सितंबर 1916 को मथुरा के नगला चंद्रभान गांव में एक साधारण परिवार में हुआ उनके पिता भगवती प्रसाद उपाध्याय रेलवे में सहायक स्टेशन मास्टर थे और माताजी रामप्यारी धर्म परायण थी, बचपन में ही माता-पिता का साया खो देने के बावजूद उनके नाना चुन्नीलाल शुक्ल ने उन्हें पाला, विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने हार नहीं मानी यह उनके व्यक्तित्व सबसे बड़ी ताकत थी।
हर संकट में अवसर ढूंढना और कठिनाइयों में संतुलन बनाए रखना यही गुण बाद में उनके वैचारिक और सामाजिक जीवन का आधार बना। गांव में घूम कर किसानों मजदूरों से मिलकर उन्होंने भारत की आत्मा को समझा
उनका मानना था कि भारत की प्रगति की कुंजी उसकी मिट्टी उसके गांव और उसके लोगों में छुपी है इस सोच ने उन्हें 1942 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस का पूर्णकालिक प्रचारक बनने के लिए प्रेरित किया। जहां उन्होंने संगठन अनुशासन और सेवा के मूल्यों का आत्मसात किया आरएसएस में उनके संगठन क्षमता ने उन्हें उत्तर प्रदेश में एक मजबूत आधार दिया लेकिन उनका सबसे बड़ा योगदान 1951 में भारतीय जन संघ की स्थापना में रहा जिसे उन्होंने डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के साथ मिलकर स्थापित किया जनसंघ के महासचिव और बाद में अध्यक्ष के रूप में उन्होंने संगठन को वैचारिक और व्यावहारिक दोनों स्तरों पर मजबूत किया।
उनके लिए राजनीति के सत्ता का खेल नहीं बल्कि समाज के कल्याण की साधन थी, वे कहा करते थे "हम सत्ता के लिए नहीं समाज के लिए राजनीति करते हैं" यह दृष्टिकोण आज भी भारतीय राजनीति में प्रासंगिक है जब नेतृत्व की अपेक्षा की जाती है कि वह समाज के हित को सर्वोपरि रखें। 1940 के दशक में और उसके बाद पंडित दीनदयाल जी ने राष्ट्र धर्म पांचजन्य स्वदेश जैसी पत्रिकाओं की स्थापना और संपादक किया, ऑर्गेनाइजर के लिए लेखन किया यह केवल पत्रिकाएं नहीं थी यह वह विचारों के विद्यालय थे जहां राजनीति के समाज की सेवा करना सीख उसे पर हावी होने नहीं दिया।
दीनदयाल जी ने कहा था मनुष्य का विकास कभी होगा जब शरीर मन बुद्धि और आत्मा इन चारों का संतुलित विकास होगा यही भाव एकात्मक मानववाद की जड़ है भारत के दृष्टिकोण से व्यक्ति और समाज अलग नहीं है वे केवल एक ही जीवन के दो रूप है।
आज भी हम देखते हैं कि कैसे इस पद पर चलकर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी निरंतर राष्ट्र की सेवा कर रहे हैं, आज मोदी जी शिक्षा अर्थव्यवस्था संस्कृति और अपनी नीतियों के माध्यम से यह एकात्मक के मार्ग से एक नए भारत का निर्माण कर रहे हैं। दीनदयाल जी ने स्पष्ट कहा था स्वदेशी और विकेंद्रीकरण यह दो शब्द है जो वर्तमान परिस्थितियों के लिए उपयुक्त आर्थिक नीति का संक्षेप में सार प्रस्तुत कर सकते हैं। वोकल फाॅर लोकल, पीएम स्वनिधि योजना, मेक इन इंडिया स्टार्टअप इंडिया डिजिटल इंडिया जैसे अभियानों के माध्यम से आज भारत में 1.5 लाख से ज्यादा स्टार्टअप और 120 यूनिकॉर्न कंपनियां काम कर रही है और हम तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुके हैं।
वह कहां करते थे नीतियां केवल धनी और शक्तिशाली के लिए नहीं होनी चाहिए बल्कि सबसे गरीब सबसे निर्बल और सबसे उपेक्षित के उत्थान के लिए होनी चाहिए आज हम गर्व से कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने इस अंत्योदय के सिद्धांत को व्यावहारिक रूप से बदल दिया अब गरीबों के पैसे सीधे उनके बैंक खाते में जा रहे हैं आज गरीब परिवार को मुक्त इलाज दिया जा रहा है लाखों गरीब परिवारों को पक्के घर मिले शौचालय के निर्माण से करोड़ों परिवारों की गरिमा और सुरक्षा मिली आज मोदी जी के नेतृत्व में हम गर्व से कर सकते हैं कि अंत्योदय अब केवल दर्शन नहीं बल्कि धरातल पर जीता जागता यथार्थ है जब अंतिम व्यक्ति उठेगा तभी भारत उठेगा यही दीनदयाल जी का सपना था और यही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का संकल्प है।
जिला के *महामंत्री राकेश छोटू यादव* ने भी इस संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त किया-दीनदयाल जी का जन्म हमें सिखाता है कि साधारण परिस्थितियों में जन्मा व्यक्ति भी यदि अपने विचारों में दृढ़ और कर्म में निष्कलुष हो, तो वह राष्ट्र की दिशा बदल सकता है। उनकी जयंती केवल अतीत का स्मरण नहीं बल्कि भविष्य का संकल्प है- एक ऐसे भारत का निर्माण जहां अंत्योदय से समग्र विकास तक की यात्रा पूरी हो । यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम उनकी शिक्षाओं को अपनाएं ,भारतीय संस्कृति की आत्मा को जीवित रखें, और राजनीति की सेवा का माध्यम बनाएं। दीनदयाल जी का जीवन और विचार आज भी हमें एक उज्जवल ,समावेशी और आत्मनिर्भर भारत का सपना दिखाते हैं।
इस संगोष्ठी एवं आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान कार्यशाला में आए सभी वरिष्ठ नेता, जनप्रतिनिधि, जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष एवं जिले से आए सभी ज्येष्ठ श्रेष्ट कार्यकर्ताओं का *महामंत्री सौरभ लुनिया* ने आभार व्यक्त किया।
इस जिला संगोष्ठी एवं आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान जीएसटी नेक्स्ट जैन रिफॉर्म जिला कार्यशाला में उपस्थित रहे भाजपा प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर, निर्वितमान जिला अध्यक्ष पवन साहू, पूर्व जिला अध्यक्ष कृष्ण कांत पवार, वरिष्ठ नेता यज्ञदत्त शर्मा, प्रदेश कार्य समिति सदस्य अभिषेक शुक्ला, राजेश गुप्ता अग्रहरि, जिला उपाध्यक्ष कौशल साहू, पवन सोनबरसा, प्रेम साहू, सुरेंद्र देशमुख, टिनेश्वर बघेल, कांति साहू, हरीश कटझरे, मनीष झा, निशा योगी, पूजा मोंटी यादव, सोमेश शोरी, तारिणी पुष्पेंद्र चंद्राकर टोमन साहू, तोरण साहू,कांति सोनेश्वरी, लक्ष्मी साहू, चुन्नी मानकर, प्रभा नायक, चंद्र लता साहू, मुकेश कौडों, तेजराम साहू, मोहंतीन चौरका, पुरुषोत्तम चंद्राकर, प्रमोद जैन ,लाल निवेंद्र सिंह टेकाम, कमलेश सोनी, मनोज दुबे, लोकेश श्रीवास्तव, विनोद जैन, कमल पनपालिया, अमित चोपड़ा, अरुण साहू, आनंद शर्मा, विवेक वैष्णव, विश्वास गुप्ता, रुपेश नायक, धर्मेंद्र साहू, टुकेश्वर पांडे, सुरेश साहू, रामेश्वर साहू, कुलदीप साहू ,युवराज मारकंडे, एवं भारतीय जनता पार्टी के समस्त जनप्रतिनिधि, जिला पदाधिकारी, मंडल पदाधिकारी, समस्त मोर्चा, प्रकोष्ठ,व ज्येष्ठ श्रेष्ठ कार्यकर्ता इस कार्यशाला में उपस्थित रहें।

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