*ग्राम भीरावाही के बच्चे कीचड़ भरी सड़क से स्कूल जाने को मजबूर, जनप्रतिनिधियों की उदासीनता उजागर*
दुर्गूकोंदल।ग्राम भीरावाही के बच्चों को हर दिन कीचड़ भरी कच्ची सड़क से गुजरकर स्कूल जाना पड़ता है। प्रतिदिन लगभग 50 विद्यार्थी हाटकोंदल गांव के स्कूल तक पहुंचने के लिए इस कठिन रास्ते को पार करते हैं। बारिश के दिनों में हालात और खराब हो जाते हैं, जब सड़क पर फिसलन और गंदगी इतनी बढ़ जाती है कि बच्चों की स्कूल ड्रेस गंदी हो जाती है और वे स्कूल जाने से मजबूर हो जाते हैं।ग्रामीण रामप्रसाद तारम, पुसऊ राम दुग्गा, बिसाऊ राम दुग्गा, संतराम चुरेंद्र, संतु राम ध्रुव ने बताया कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और सरपंच इस समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं। सड़क में मुरुम डालने का काम नहीं किया जा रहा है, जिससे बच्चों और ग्रामीणों को हर दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह सड़क बच्चों की पढ़ाई और हमारे दैनिक जीवन में बाधा बन गई है। सरपंच को कई बार इस बारे में बताया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।बारिश के दिनों में यह सड़क चलने लायक नहीं रहती। बच्चे अक्सर फिसलकर गिर जाते हैं और चोटिल हो जाते हैं।अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, लेकिन कोई वैकल्पिक रास्ता न होने के कारण उन्हें मजबूरी में इसी रास्ते से स्कूल भेजना पड़ता है।सरपंच और पंचायत के अधिकारियों की इस मामले पर चुप्पी ने ग्रामीणों को नाराज कर दिया है। उनका कहना है कि सड़क निर्माण या मरम्मत के लिए फंड की कमी का हवाला दिया जाता है, लेकिन यह समस्या सालों से बनी हुई है।
सीजी विजन टीवी दुर्गूकोंदल
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