धान खरीदी पर अपनों' का ही वार,पूर्व भाजपा विधायक ने अपनी सरकार की व्यवस्था को घेरा, चटाई पर बैठकर जताया विरोध
*एग्री स्टिक, रकबा और टोकन ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें, मोदी की गारंटी पर उठे सवाल*
दुर्गूकोंदल।प्रदेश भर में धान खरीदी की अव्यवस्था को लेकर किसानों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। रकबा घटने, एग्री स्टिक की त्रुटियां, खरीदी लिमिट और टोकन जारी न होने के कारण किसान अपनी उपज नहीं बेच पा रहे हैं। इसी कड़ी में देवलाल दुग्गा, पूर्व विधायक एवं पूर्व अनुसूचित जनजाति आयोग अध्यक्ष, किसानों की समस्याओं को लेकर दुर्गूकोंदल पहुंचे और तहसील कार्यालय दुर्गूकोंदल के सामने स्वयं चटाई बिछाकर धरने पर बैठ गए।पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा ने करीब एक घंटे तक धरना प्रदर्शन किया और शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में धान खरीदी की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। किसान एग्री स्टिक, खरीदी लिमिट और टोकन के कारण परेशान हैं और तहसील कार्यालय, धान खरीदी केंद्र, पटवारी तथा लैंपस कार्यालय के लगातार चक्कर काटने को मजबूर हैं। इसके बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।धरने के दौरान देवलाल दुग्गा ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा कि उस समय धान खरीदी में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होती थी। उन्होंने वर्तमान छत्तीसगढ़ सरकार और केंद्र सरकार की नीतियों की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि आज किसान सबसे अधिक परेशान है। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी की बात की जाती है, लेकिन छत्तीसगढ़ में वह गारंटी कहीं दिखाई नहीं दे रही है।देवलाल दुग्गा ने कहा कि वे स्वयं भी धान बेचने में परेशान हैं। उनका रकबा कम दिखाया जा रहा है, खसरा नंबर नहीं जुड़ पा रहा है और टोकन जारी नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि जब एक पूर्व विधायक और पूर्व आयोग अध्यक्ष की समस्या हल नहीं हो पा रही है, तो आम किसानों की स्थिति का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि शासन-प्रशासन किसानों की समस्याओं के प्रति पूरी तरह उदासीन है।धरना समाप्त होने के बाद देवलाल दुग्गा अपने निवास लौट गए, लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि यदि धान खरीदी की अव्यवस्था में शीघ्र सुधार नहीं हुआ, तो वे किसानों के साथ मिलकर आगे और बड़ा आंदोलन करेंगे।इधर तहसीलदार कुलदीप ठाकुर ने बताया कि पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा की पत्नी की धान रकबा की एग्री स्टिक हो चुकी है, लेकिन खसरा नंबर नहीं जुड़ने के कारण टोकन जारी नहीं हो पा रही थी। अब रकबा एग्री स्टिक में जुड़ गया है और शीघ्र ही टोकन जारी हो जाएगी।
वहीं भानुप्रतापपुर विधायक सावित्री मंडावी ने प्रदेश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मौजूदा सरकार में किसान, नौजवान और कर्मचारी सभी त्रस्त हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में किसानों की धान सबसे अधिक समर्थन मूल्य पर खरीदी गई, कर्ज माफी हुई और समय पर भुगतान किया गया। उन्होंने कहा कि आज भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वयं अपनी सरकार में धान नहीं बेच पा रहे हैं और धरना देने को मजबूर हैं, यह सरकार की नाकामी का सबसे बड़ा प्रमाण है।सावित्री मंडावी ने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है और जरूरत पड़ी तो किसानों के साथ मिलकर आंदोलन किया जाएगा।

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