जिला राजनांदगांव (छ ग)
सवा करोड़ की शेयर ट्रेडिंग ठगी का पर्दाफाश साईबर ठग गिरोह के अन्य 02 सदस्य ओडिशा से गिरफ्तार
साइबर सेल की बड़ी सफलताः साइबर ठगी का जाल टूटा, अब तक पांच आरोपी गिरफ्तार
थाना सिटी कोतवाली राजनांदगांव के शेयर टेड्रिंग मामला में साईबर अपराधियों द्वारा एक युवा व्यापारी को फर्जी वेबसाईट का लिंक भेजकर ज्यादा मुनाफा दिलाने के नाम पर 1,21,53,590/- (एक करोड़ ईक्कीस लाख तिरेपन हजार पांच सौ नब्बे) रूपये का ठगी किया गया था।
सायबर सेल राजनांदगांव एवं थाना कोतवाली द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये तकनीकी सहायता से मामले में पूर्व में 03 आरोपियों को मध्यप्रदेश सिहोर व इंदौर क्षेत्र से धर दबोचा गया था। अब इसी कड़ी में गिरोह के अन्य 02 आरोपियों को भूवनेश्वर ओडिसा से पकड़ कर लाया गया है।
आरोपियों द्वारा खाता धारकों के मोबाईल में -APK एप्प इंस्टाल कराकर ओटीपी व मोबाईल का एक्सेस साईबर ठग गिरोह तक पहुचाता था।
आरोपियों को कमीशन क्रिप्टो (USDT) में मिलता था।
साईबर ठग गिरोह टेलीग्राम प्लेट फार्म में सकिय्र रहकर देते थे घटना को अंजाम।अब म्यूल एकाउट प्रोवाईडर के साथ साथ खाता धारकों एवं बैक खाता एकत्रित कर फ्राडस्टर को म्यूल खाता व सिम प्रदान करने वाले एजेंटों और फ्रॉड का रकम निकालने वालों पर होगी कार्यवाही।
आरोपी :-
(01) धर्मेन्द्र कुमार पिता शशी शेखर प्रसाद, उम्र 36 वर्ष, निवासी हरदेव नगर जरोदा ब्लॉक-ए गील नं0-1, थाना तिमारपुर उत्तर दिल्ली।
(02) राजेश मंडल पिता फागू मंडल उम्र 30 वर्ष, निवासी ग्राम खमरबाद, थाना पथरोल, जिला देवघर (झारखंड)
थाना कोतवाली क्षेत्र में शेयर ट्रेडिंग का मामला पुलिस के संज्ञान में आने पर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव सुश्री अंकिता शर्मा के निर्देशन पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक विनय पम्मार एवं थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक नंदकिशोर गौतम के नेतृत्व में संयुक्त टीम गठित कर जल्द से जल्द आरोपियों की पतातलाश करने हेतु निर्देश दिया गया, जिसपर सायबर सेल द्वारा प्रार्थियों के बैंक मनीट्रेल और आरोपियों के बैंक डिटेल व अन्य तकनीकी मदद् से जानकारी इकट्ठा कर मध्यप्रदेश के सिहोर व इंदौर रवाना हुए और 03 आरोपियों को हिरासत में लेकर राजनांदगांव लाया गया पूछताछ पश्चात दिनांक 29.11.2025 को उन्हें गिरफ्तार किया गया, एवं उनके पास से जप्त बैंक खाता, मोबाईल फोन आदि डाटा विश्लेषण एवं पूछताछ पर पता चला कि इसके तार ओडिसा से जुड़े हैं इस संबंध में और जानकारी एकत्र कर साईबर सेल टीम निरीक्षक श्री विनय पम्मार के नेतृत्व में ओडिसा के लिए रवाना हुई भूवनेश्वर ओडिसा में उक्त मामले में संलिप्त 02 आरोपियों को हिरासत में लेकर राजनांदगांव में गिरफ्तार किया गया।़़ विवरण इस प्रकार है -
साईबर ठगो द्वारा स्वयं को फारेक्स/ऑनलाइन ट्रेडिंग विशेषज्ञ बताकर प्रार्थी आयुष अग्रवाल निवासी राजनांदगांव को रुपये दोगुना करने का लालच दिया। इनवेस्टमेंट हेतु व्हाटसअप के माध्यम से फर्जी वेबसाईट लिंक भेजकर उस पलेटफार्म पर फर्जी तरीके से शुरूवात में छोटा मुनाफा 15 हजार रूपये प्रार्थी के एकाउंट में ट्रांसफर किये इस प्रकार प्रार्थी को भरोसे में लिया और बड़े निवेश में ज्यादा फायदा देने की बात कहकर कुल मिलाकर 1,21,53,590/- (एक करोड़ ईक्कीस लाख तिरेपन हजार पांच सौ नब्बे) रूपये विभिन्न खातों में जमा कराए। ठगों ने कमीशन और निवेश के नाम पर लगातार पैसे माँगे। बढे़ हुये रकम को प्रार्थी द्वारा विथड्रॉ करने की बात करने पर ठगों द्वारा बाहना करने पर प्रार्थी को ठगी का अहसास हुआ फिर प्रार्थी ने साइबर हेल्पलाइन 1930 व थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 656/2025 रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस पर साइबर सेल व थाना कोतवाली की टीम ने मनी ट्रेल व तकनीकी जांच कर मध्यप्रदेश के सिहोर व इंदौर में दबिश देकर आरोपीः- (01) धीरज सिंग पिता गुलाब सिंग उम्र 34 वर्ष, निवासी अंजनी नगर, काजीखेड़ी थाना पार्वती (म.प्र.) (02) अरविन्द्र ठाकुर पिता श्री मनोज सिंह ठाकुर उम्र 30 वर्ष निवासी मुकाती कॉलोनी बैंग ऑ बड़ोदा के पास कनौद रोड़ थाना आष्टा जिला सिहौर। (03) डिम्पल सिंह यादव पिता रणबिर सिंह उम्र 22 वर्ष निवासी भिण्डावास जिला झज्जर थाना छुछकवास को दिनांक 29.11.2025 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
तत्पश्चात सायबर ठगी के इस मामले से जुड़ अन्य अरोपियों की तलाश हेतु टीम भूवनेश्वर ओडिसा रवाना हुई जहां से 02 आरोपी (01) धर्मेन्द्र कुमार पिता शशी शेखर प्रसाद, उम्र 36 वर्ष, निवासी हरदेव नगर जरोदा ब्लॉक-ए गील नं0-1, थाना तिमारपुर उत्तर दिल्ली (02) राजेश मंडल पिता फागू मंडल उम्र 30 वर्ष, निवासी ग्राम खमरबाद, थाना पथरोल, जिला देवघर (झारखंड)
को भूवनेश्वर ओडिसा से गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपी धर्मेन्द्र व उसका साथी राजेश मंडल विदेशों में स्थित स्कैम सेंटर के लिये बैंक खाता की व्यवस्था करते थे एवं बैंक खाता उपलब्ध होने पर साईबर ठग गिरोह के सदस्यों के कहने पर देश के विभिन्न जगहों जैसे कोलकाता, बैंगलोर, ओडिसा जाकर कमीशन में लेयर-01 का बैंक खाता खरीदकर उन बैंक खाता को स्कैम सेंटर तक पहुंचाने के लिये खाता धारक के रजिस्टर्ड मोबाईल में .APK एप्प इंस्टाल कर अपने पास रखते थे ताकि उस बैंक खाते को उनके साथी जोकि विदेशों में बैठकर साईबर ठगी करते है के पास पहुंचसके .APK एप्प इंस्टाल करते ही खाता से संबंधित ओटीपी, मैसेज सीधे साईबर ठग तक पहुंच जाती थी। और ठगी का पैसा उन बैंक खाता में प्राप्त कर अन्यत्र लेनदेन करते है। इसके अलावा गिरफ्तार दोनो आरोपियों द्वारा खाता धारक को अपने पास किसी होटल में रख कर उनके खाता में पुरे ट्रांजेक्शन के दौरान खाता धारक की निगरानी करते थे ताकि खाता धारक ठगी का पैसा निकाल न सके इसके अलावा गिरफ्तार आरोपी खाता का एटीएम कार्ड व चेक बुक अपने पास रखते थे। गिरफ्तार आरोपियों को प्रति बैंक खाते कमिश्न 20-25 हजार रूपये क्रिप्टो USDT के रूप में मिलता था।
गिरफ्तार आरोपी धर्मेन्द्र कुमार व उसका साथी राजेश हाल में ही भुनेश्वर ओडिसा आकर कमिश्न में बैंक खाता लेकर उसे ठगी हेतु खाता धारक को अपने पास निगरानी में रखकर रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर में .APK ऐप्प इंस्टाल करके अपने गिरोह के माध्यम से उस खाते में ठगी का पैसे प्राप्त कर रहा था उसे रंगे हाथ पकडा गया आरोपी धर्मेन्द्र के कब्जे से 03 नग एटीएम कार्ड व 03 नग मोबाईल सेट जप्त किया गया।
आरोपियों के विरूद्ध प्रार्यप्त साक्ष्य व सबूत मिलने से आज दिनांक 03.12.2025 को ज्यूडिसियल रिमांड पर भेजा गया जेल।
उपरोक्त मामले में प्रभारी सायबर सेल निरीक्षक विनय पम्मार, थाना प्रभारी कोतवाली के निरीक्षक नंद किशोर गौतम व कोतवाली स्टाफ सउनि संजीव कुमार मालेकर एवं सायबर सेल के आरक्षक, अमित सोनी, जोगेश राठौर, हेमंत साहू एवं आदित्य सिंह की अहम भूमिका रही।
अनिल सिन्हा रिपोर्टर छत्तीसगढ़ विज़न टी वी

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