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Dongargarh: डोगरगढ़ बेलगाँव में नेतागिरी की दम भरने वाले गांव के प्रमुखों एंवम विधायक भुनेश्वर बघेल के करीबी गए पेशी

 डोगरगढ़ बेलगाँव में नेतागिरी की दम भरने वाले गांव के प्रमुखों एंवम विधायक भुनेश्वर बघेल के करीबी गए पेशी



मामला गाँव में प्रताड़ित करना अपना खुद की लड़ाई को गाँव का मामला बनना अक्सर देखा गया हैं गांव में किसी व्यक्ति से दुश्मनी और बदला लेना हैं गांव के मीटिंग में समाज के मीटिंग गलत बोलकर दंड लेकर प्रताड़ित किया जाता हैं।अपने खुद की लड़ाई के लिए गांव और समाज को लड़ाते हैं ऐसे लोग इनको नेताओं का भी सपोट मिलता हैं क्योंकि ये लोग 10 हैं ।नेताओ को 10 लोगो के बात सुनेगा न अकेला का नहीं सुनेगे भुनेश्वर बघेल का खास लिखने का कारण जब मैं उनके पास मद्दत मांगने गया तो गांव के प्रमुख दिनेतु जांगड़े मेरा आदमी हैं उनके द्वारा कहाँ गया ।इन नेताओं के वजह से इन लोगों का हौसला बुलंद होते जा रहा हैं ।

मैं बता दु दिनेतु प्रकाश जांगड़े इस काम को अपना रोजगार बनाया हुआ हैं।गांव में दंड लेना नेताओ के आगे पीछे घूमना बस ये इनका काम हैं।आज भी गांव में जागरूक नहीं हैं ऐसे मामले में पढ़ेलिखे लोग सही होने के बाद पीछे हट जाते हैं क्योंकि इन लोग चार लोग है मैं अकेला दंड देते हैं इनको विश्वास भी रहता कोई न कोई तो इसके खिलाफ बोलेगा लड़ेगा लेकिन साथ भी नहीं देंगे दूर खड़े होकर देखते रहेंगे बाद में अकेले में आके बोलेगे अच्छा कर रहे हो ऐसे में सुधार होगा ।गांव में गरीबों को लूटने का काम हो रहा चार लोग बोलते हैं दूसरे सुनने वालों को लगता हैं की एक गलत चार सही हैं पर ऐसा नहीं होता चारभी गलत होते है इसका उदाहरण देखना है तो बेलगाँव नहर नाली देखो धनुक सिन्हा की जमीन में नहर बनाने के चक्कर में नहर नाली।को टेढ़ी कर दी गई हैं  गांव में किसी को अपना जमीन बचाना था धनुक के दुश्मनो को साथ लेके नहर नाली ऊपर दिशा में ले गए जहाँ पानी नही चढ़ पाते ये हुआ ना चार गलत इसमें दुश्मन अपना दुश्मनी निभा गए और जमीन वाले जमीन बचा लिए।इन लोग गांव कोई फाँसी लगा ले वो बात गांव में ही दबा देते हैं और कोई केस हो गांव में ही दबा देते हैं।किन्तु इन लोगों से किसी की कमाई देखी नहीं जाती काम में नुक्स निकाल के अपना गेम करने लगता हैं।गांव में गैंद लाल कंवर सियानी करने जाते हैं दुसरो को गलत बताते हैं और उनके भाई दारू बेचता हैं ये बात पूरे गांव को पता हैं लेकिन बोलेगे नहीं हर साल गेम करके इन्ही लोगो मे  से गांव का सियानी करते हैं अवैध काम करने वालों से पैसे लेकर गांव में दंड लेकर अपना पेट पालते आ रहें हैं।

छत्तीसगढ़ विज़न टी वी से 

अनिल सिन्हा की रिपोर्ट

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