*दिल्ली गए 50 जिम्नास्टिक खिलाड़ियो के साथ हुई दल प्रबंधक, कोचेस ,मैनेजर द्वारा घोर लापरवाही एवं गैर जिम्मेदारियाँ*
दुर्गूकोंदल ।67वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा जिम्नास्टिक प्रतियोगिता दिल्ली हेतु दल प्रबंधक एवं कोच मैनेजर द्वारा खिलाड़ियो के प्रति घोर लापरवाही बरतने निम्नलिखित अनियमितताओं एवं लापरवाही प्रतियोगिता के दौरान देखने मिली l उपरोक्त बाते जो हमारे खिलाड़ी बच्चो के साथ हुई।
.प्रतियोगिता में नियुक्त दल प्रबंधक, कोचेस, मैनेजर के रूप में गए शिक्षक किसी भी प्रकार से खिलाड़ियों के प्रति उचित सहयोग एवं देख रेख के बजाय विपरीत व्यवहार कर रहे थे। ना ही किसी प्रकार से सुरक्षा का ध्यान किए प्रतियोगिता समय ,ट्रेन में जाते समय और वापसी के समय कोई भी कोच, मैनेजर खिलाड़ियों की देखरेख नहीं कर रहा था। खिलाड़ी ट्रेन के दरवाजे के पास तो टॉयलेट सीट के पास बैठ कर आए। उस समय किसी भी प्रकार की अगर अनहोनी होती तो उसका जवाबदार कौन होता।
.नाहि उनके खाने पीने की व्यवस्था सही से की गई पहुंचने वक्त खिलाड़ियों को रात 1:00 डिनर कराया गया। साथ ही वहां पहुंचकर खिलाड़ियों को पैदल चलवाते दूर दराज ले जाकर भोजन करवाया गया जब व्यवस्था थी तो क्यो भटकाया जा रहा था।वापसी आते वक्त भी भूखे प्यासे बच्चों को ट्रेन से वापसी किया गया। प्रतियोगिता के समय कोच मैनेजर की अनुपस्थिति जिसके परिणाम स्वरुप बालिका 17 वर्ष वर्ग में से सुरक्षा संबंधित अनियमितता हुई। खिलाड़ी चोट घटित हुए जिमनास्टिक जैसे खेल में गिरने पर जान भी जा सकती थी। ऐसी स्थिति में किसी कोच की उपस्थिति ना होना सारे शिक्षकों के प्रति घोर लापरवाही दिखाई पड़ता है। इस पर कारवाई होना अत्यंत आवश्यक है।
.लड़कियो के ठहरने के स्थल पर असुरक्षा एव अनियमित हुई।जिन पर खिलाड़ियों द्वारा मौखिक सूचना देने पर खिलाड़ियों को दुरव्यहवार कर वापस कर दिया गया।जबकि लड़कियों की सुरक्षा जो की अत्यंत आवश्यक है।
.प्रतियोगिता स्थल पर प्रतियोगिता दौरान कई अच्छे खिलाड़ियों के साथ सहयोग नहीं किया गया। अच्छे कोच मैनेजर की निशानी यह होती है कि वह सभी खिलाड़ियों के प्रति समान व्यवहार रखें। पर यहां पर किसी भी खिलाड़ियों को सम्मान के साथ बात नहीं किया गया। नाहि उन्हें खेल प्रशिक्षण केंद्र में किसी प्रकार का सहयोग किया गया।दल प्रबंधक, कोचेस, मैनेजर प्रतियोगिता छोड़कर दिल्ली भ्रमण करने चले गए।
.जिमनास्टिक खेल के जानकार प्रशिक्षक की ड्यूटी लगानी आवश्यक थी, परंतु सिर्फ एक ही जिम्नास्टिक कोच के रूप में उसे प्रतियोगिता में शामिल हुए। अन्य सभी जिमनास्टिक कोच भी नहीं फिर उन्हें क्यों जिम्नास्टिक खेल प्रशिक्षक बनाकर राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भेजा गया यह बहुत बड़ी लापरवाही है।
अतःकि इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सभी गैर जिम्मेदार शिक्षकों के ऊपर बड़ी से बड़ी कार्रवाई आवश्यक है। कि भविष्य में खिलाड़ियों की अनियमितता और असुरक्षाओं से संबंधित समस्याओं का समाधान करें ताकि भविष्य में खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार से दिक्कत ना हो।
समस्त खिलाड़ी बच्चों पालको ने इस तरह हुए गैरजिम्मेदारी लापरवाही न्यूज मिडिया को शेयर किऐ।
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