राजनांदगांव (छ .ग.)
किसानों को धान सोसाइटियों से पैसा नहीं मिल रहा है :कुशल सिंह राजपूत।
72 घंटे का वादा करने वाली साय सरकार सांय सांय फेल हो रही है।18 जनवरी से 31 जनवरी तक का पैसा आज तक नहीं मिला है। 31 जनवरी तक बेचने में किसानो की स्थिति बदतर हो गई है, टोकन न मिलना 1 बड़ी समस्या रही। अब समय पर पैसा न देना सरकार की स्थिति खराब होने का जीता जागता उदाहरण है।भाजपा सरकार की बड़ी विफलता है। सोसाइटियों में 1लाख से 1.5 लाख बोरी धान सोसाइटियों में रखा है,जिससे प्रबंधकों को सूखत का खतरा बना हुआ है। भाजपा के बड़े बड़े नेता प्राधिकृत अधिकारी बनकर बैठे हुए है। दबे जुबान में प्राधिकृत अधिकारी कहते है कि सरकार हमारी है तो बोले कैसे ।इसलिए प्राधिकृत अधिकारी में किसी पार्टी के नहीं किसानों को बनाना चाहिए जिससे किसान होने वाली समस्या को डंके की चोट पर बोल सके । क्योंकि सही समय पर धान उठाव नहीं होगा तो प्रबन्धक क्या करेगा । जिम्मेदारी तय होना चाहिए। सरकार को सूखत को मानना चाहिए ।सरकार बोल रही है 1 फरवरी से धान की नीलामी करेंगे परंतु ये हवाहवाई लग रहा है। कलेक्टर, डीएमओ,खाद्य अधिकारी सरकार के ऊपर ठीकरा फोड़ रहे हैं।3,,3 बार भौतिक सत्यापन करने के बाद भी स्थिति जस की तस है ।25 से 29 तक धान खरीदी बन्द करना सरकार का किसान विरोधी चेहरा है।आम जनता त्रस्त है मुख्यमंत्री एवं उनकी पूरी टीम चुनाव में व्यस्त है। कुशल सिंह राजपूत ने कहा किसानों का पैसा 18 से 31 जनवरी तक का तत्काल दिया जाए।नहीं तो हर धान सोसाइटियों में धान का मुर्रा भुजेंगे।
छत्तीसगढ़ विज़न टी वी से
अनिल सिन्हा रिपोर्टर
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