*दुर्गूकोंदल शिक्षा टीम को सरगुजा आयुक्त की प्रशंसा: उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिली सराहना*
दुर्गूकोंदल।हायर सेकेंडरी स्कूल, दमकसा में आयोजित विद्यार्थी प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सरगुजा आयुक्त नरेंद्र दुग्गा ने विकासखंड दुर्गूकोंदल के शिक्षा विभाग की टीम के उत्कृष्ट कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे अनुकरणीय प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह टीम न केवल शैक्षिक प्रगति में योगदान दे रही है, बल्कि अनुशासन, समर्पण, और सामुदायिक सहभागिता के क्षेत्र में भी एक मिसाल कायम कर रही है। उन्होंने समर्पण भाव से कार्य करने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी एस पी कोसरे एवं सहायक खंड शिक्षा अधिकारी का पुष्पहार से सम्मानित किया। शिक्षा विभाग की उपलब्धियों पर आयुक्त दुग्गा ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा, "मुझे विभिन्न क्षेत्रों और पदों पर कार्य करने का व्यापक अनुभव प्राप्त हुआ है। विकासखंड दुर्गूकोंदल में खंड शिक्षा अधिकारी एस.पी. कोसरे और सहायक खंड शिक्षा अधिकारी अंजनी मंडावी के कुशल नेतृत्व में शिक्षा विभाग की पूरी टीम उल्लेखनीय कार्य कर रही है।" उन्होंने ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर (बीआरसी) और क्लस्टर एकेडमिक कोऑर्डिनेटर (सीएसी) की टीमवर्क को विशेष रूप से सराहा।उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सभी संकुल समन्वयक यूनिफॉर्म में उपस्थित थे, जो उनके अनुशासन और पेशेवर दृष्टिकोण को दर्शाता है। दुग्गा ने कहा, "यह अनुशासित कार्यशैली और समर्पण ही विकासखंड दुर्गूकोंदल के छात्रों को शैक्षिक क्षेत्र में निरंतर प्रगति की ओर ले जा रहा है। इस तरह का कार्य न केवल सराहनीय है, बल्कि अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक प्रेरणा है।"शाला त्यागी विद्यार्थियों को जोड़ने पर जोरआयुक्त ने शाला त्यागी विद्यार्थियों को पुनः शिक्षा से जोड़ने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, "हमारा प्रथम और सर्वोपरि कर्तव्य है कि प्रत्येक बच्चे को शिक्षा का अवसर प्राप्त हो। शिक्षा सभी के लिए सुलभ होनी चाहिए, और यह सुनिश्चित करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।" उन्होंने उपस्थित पालकों से अपील की भले अन्य सुविधाओं में कमी करो लेकिन अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा जरूर प्रदान करो ।उन्होंने शिक्षकों और अधिकारियों से भी अपील की कि वे अपने प्रयासों को और अधिक तेज करें ताकि क्षेत्र के सभी बच्चे शैक्षिक अवसरों का लाभ उठा सकें।व्यक्तिगत अनुभव से प्रेरणा बताते हुए अपने बचपन और शिक्षा के दिनों को याद करते हुए दुग्गा ने कहा, "हमने अत्यंत कठिन परिस्थितियों में शिक्षा प्राप्त की थी। इसलिए, हमारी यह प्रबल इच्छा है कि हमारे क्षेत्र के विद्यार्थियों को पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा का सामना न करना पड़े।" उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को न केवल शैक्षिक रूप से सशक्त बनाएं, बल्कि उनकी समग्र प्रगति के लिए भी कार्य करें। नवोदय और एकलव्य, प्रयास,सैनिक स्कूल में चयन की अपेक्षा रखते हुए उन्होंने नवोदय प्रयास, एकलव्य और सैनिक स्कूल जैसे देश के सर्वश्रेष्ठ शैक्षिक संस्थानों में क्षेत्र के अधिक से अधिक विद्यार्थियों के चयन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमें यह सुनिश्चित करना है कि हमारे क्षेत्र के बच्चे इन प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रवेश पाएं। इसके लिए हमें सामूहिक रूप से प्रयास करने होंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति और सभ्यता का सम्मान और संरक्षण भी हमारी जिम्मेदारी है।
भविष्य की योजनाएं और प्रोत्साहन का जिक्र करते हुए कहा, "हम सोच रहे हैं कि विकासखंड स्तर पर सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी विद्यार्थियों को आगामी वर्षों में पुरस्कृत किया जाए। इससे न केवल विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ेगा, बल्कि अन्य बच्चे भी प्रेरित होंगे।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि क्षेत्र के युवाओं को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), राज्य प्रशासनिक सेवा, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, और उन्नत कृषि जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।
शिक्षा विभाग के प्रति अपेक्षाएं
आयुक्त नरेंद्र दुग्गा ने शिक्षकों और अधिकारियों से अपेक्षा जताई कि वे अपने कार्य को और अधिक उत्साह और समर्पण के साथ जारी रखें। उन्होंने कहा, "मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप सभी के अथक प्रयासों से यह क्षेत्र शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छूएगा। आपके कार्यों से न केवल विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल होगा, बल्कि पूरे क्षेत्र का विकास भी सुनिश्चित होगा।"इस उत्साहवर्धन हेतु एस पी कोसरे, अंजनी मंडावी, लतीप सोम ने कहा कि यह समारोह न केवल विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक रहा, बल्कि शिक्षा विभाग की टीम के लिए भी एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन साबित हुआ।विकासखंड दुर्गूकोंदल की शिक्षा टीम की यह उपलब्धि और आयुक्त की प्रशंसा इस क्षेत्र में शैक्षिक प्रगति के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करती है। यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि समर्पण, अनुशासन, और सामूहिक प्रयासों से शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है।सभी शिक्षकों, अधिकारियों, और विद्यार्थियों ने आयुक्त के प्रेरक शब्दों को उत्साहपूर्वक सुना और उनके मार्गदर्शन को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
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