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Gariyaband: घायलों को गोल्डन आवर (बचने के सुनहरे पल) में अस्पताल पहुंचाया तो मिलेगा पच्चीस हजार*

 *घायलों को गोल्डन आवर (बचने के सुनहरे पल) में अस्पताल पहुंचाया तो मिलेगा पच्चीस हजार*


रिपोर्टर --जयविलास ‌शर्मा


गरियाबंद पुलिस का सुरक्षा मितानों को *राहवीर योजना* के तहत प्रशिक्षण के बाद कीट वितरण



*गरियाबंद*---गरियाबंद पुलिस अब सड़क दुर्घटना में मौत पर अल्पविराम लगाने राहवीर योजना के तहत जिले के चिन्हांकित सुरक्षा मितानों को प्रशिक्षण देकर दुर्घटना के घायलों को मदद कैसे करने हैं ये गुर सिखा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर बीते बुधवार को गरियाबंद पुलिस लाइन में एसडीओ पी निशा सिन्हा ने जिले के चिन्हांकित सुरक्षा मितानों को प्रशिक्षण दिये इस अवसर पर जिला चिकित्सा केंद्र के डा.वी. बी. अग्रवाल, डॉ मनमोहन ठाकुर ने भी सड़कों पर घायलों को दिये जाने वाले प्राथमिक उपचार के बारे जानकारी दी,जिला मुख्यालय में आयोजित सुरक्षा मितानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में यातायात प्रभारी एवं उनकी टीम ने विशेष योगदान देकर यातायात नियमों के पालन करने की अपील की है।


*घायलों के मददगारों को पुलिस  विभाग देगी 25 हजार इनाम*


शासन के राहवीर योजना के तहत सड़क दुर्घटना के शिकार घायलों को हर सम्भव मदद करने वाले लोगों को गृह विभाग द्वारा प्रति घायलों के के प्रकरण के हिसाब से 25000 इनाम देगी। ऐसा इसलिये कर रही है ताकि समय पर उपचार मिलने पर घायलों की जान बचायी जा सके अक्सर ये देखा गया है लोग घायलों को हास्पीटल पहुंचाने में पुलिस और 108 संजीवनी वाहन आने का इंतजार करते हैं और तब तक  घायलों के गोल्डन आवर भी चला जाता है।


*दुर्घटना में गवाही का भी कोई दबाव भी नहीं तो लोग नागरिक कर्तव्य को कैसे भूल जाते है*


सड़क दुर्घटना के हालातों में घटित घटना के संबंध में सूचना से लेकर घायलों के मदद तक में आई विटनेस बनाये जाने का भी अब कोई डर नहीं है कुछ साल पहले उच्च न्यायालयों के निर्देश के आधार पर आई विटनेस बनना मददगारों के इच्छा पर निर्भर करेगा तो ऐसे में लोगों को अपने नागरिक कर्तव्य दिखाकर मदद के लिये आगे आना होगा और यही आत्मनिर्भर भारत बनाने का पहला होगा।


*सरकार की राहवीर योजना और दुर्घटना में घायलों का गोल्डन आवर क्या है?*


शासन के गृह विभाग सड़क दुर्घटना में घायलों को मौत से बचाने राहवीर योजना चला रही है सड़कों पर दुर्घटना में मौत से जुझ रहे घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद  समय पर हास्पीटल पहुंचाने वाले सुरक्षा देने वाले लोग राहवीर कहलायेंगे इनके मनोबल बढ़ाने लिये गृह विभाग प्रदेश भर में अभियान चलाकर विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं चला रही है जो राहवीर योजना है। इसी प्रकार सड़क दुर्घटना में घायलों के बचने और बचाने के एक घंटे का समय गोल्डन आवर होता है राहवीरों को इसी समय में घायलों के प्राथमिक उपचार से लेकर समीपस्थ चिकित्सा केंद्र पहुंचाना होगा।

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