Ticker

6/recent/ticker-posts

Korba: कोरबा नए पुलिस कप्तान संतोष सिंह का कुशल निर्देशन...अवैधानिक क्रियाकलापों में लगी रोक

 कोरबा नए पुलिस कप्तान संतोष सिंह का कुशल निर्देशन...अवैधानिक क्रियाकलापों में लगी रोक



कोरबा पाली शशि मोहन कोशला

काले हीरे की नगरी कहे जाने वाले कोयलांचल जिला कोरबा की खदानों से डीजल, कोयले, कबाड़ की तश्करी वृहद पैमाने पर होने के साथ ही अनेक अवैधानिक क्रियाकलापों में लिप्त लोगों के हौसलों को बीते वर्ष से मानो पर मिल गए थे, जिसके कारण कोरबा जिला अवैध कार्यों में संलिप्त लोगों व अपराधियों का गढ़ सा बनता जा रहा था। लेकिन एक प्रसिद्ध कहावत है न कि सौ सोनार की तो एक लोहार की...। जिस कहावत के तारतम्य में कोरबा में जिस दिन से तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने जिम्मेदारी सम्हाली है, उसी दिन से उनके द्वारा अमन- शांति बरकरार रखने हेतु पूरे जिले के थाना- चौंकी प्रभारियों को सक्रियता के साथ बेहतर सूचना तंत्र तैयार कर और अवैधानिक क्रियाकलापों, नशीली वस्तुओं की आवाजाही सहित अन्य अवैध कारोबार में लिप्त लोगों पर तुरंत एक्शन लेने के दिये गए निर्देश का सकारात्मक असर देखने को मिल रहा है। जिस निर्देशन के परिपालन में जिले के सभी थाना- चौंकी प्रभारियों और उनकी टीम काफी मुस्तैदी के साथ अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्यवाही में लगे है। जहां जिले में अब चुस्त पुलिसिंग व्यवस्था के तहत किये जा रहे विधिवत कानूनी कार्यवाही से तस्करों व चोर- उचक्कों में हड़कंप मचा हुआ है। जिले के कोयलांचल थाना कुसमुण्डा, दीपका, हरदीबाजार जहां आए दिन घटित डीजल, कबाड़, कोयला चोरी- तस्करी के कार्य में लिप्त माफिया जहां दनादन कार्यवाही से जमीदोज हो गए है वहीं जुआ- सट्टा व उपद्रव जैसे वारदात पर भी अंकुश लगा है। पुलिस कप्तान श्री सिंह का मानना है कि अवैध कार्यों पर पुलिसिया सख्ती जरूरी है तभी शांति व्यवस्था बरकरार रखा जा सकता है, इसके अलावा नशा भी अपराध का एक कारक है, जिसके उन्मूलन के लिए ऑपरेशन निजात के तहत ऐसे लोग जो नशे के आदी है उन्हें बौद्धिक, सामाजिक व अन्य तरीके से चैतन्यशील बनाकर नशे से दूर किया जा सकता है, क्योंकि नशे का लत आपराधिक पृष्ठभूमि के साथ परिवार का भी उजाड़ करता है। इसलिए नशे के विरुद्ध लोगों में जागरूकता पैदा कर और काउंसलिंग के माध्यम से नशेड़ियों का नशा छुड़ाकर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना उनका एक अहम प्रयास है जो उनके दायित्वों में प्रमुख तौर पर शामिल है। श्री सिंह ने कार्यभार सम्हालते ही जिले भर की पुलिसिंग व्यवस्था दुरुस्त तो कर दी है, साथ ही सख्त हिदायत भी दी गई है कि पुलिसिंग कार्य मे किसी भी प्रकार की अनदेखी या लापरवाही कतई बर्दाश्त नही की जाएगी, तथा वे सभी थाना- चौंकी प्रभारियों की कार्यप्रणालियों पर अपनी बाज सी नजर रखे हुए है। जिससे जिले में अवैधानिक व आपराधिक गतिविधियों पर काफी हद तक रोक लगने के साथ अवैध कारोबारियों में पुलिस के प्रति दहशत का माहौल देखने को मिल रहा है। जरा सा नजर अन्य राज्यों से आकर फेरी करने वालों पर भी जरूरी है ताकि बाहरी तत्वों के जिले में चोरी, डकैती सहित किसी भी प्रकार के अन्य आपराधिक मनसूबे सफल न होने पाए। बहरहाल कोरबा जिला शांतप्रिय नजर आने लगा है व एसपी संतोष सिंह के बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था से लोगों में वर्दी के प्रति विश्वास बढ़ा है।

Post a Comment

0 Comments

Balod:  सेवानिवृत्त व्यायाम शिक्षक का सस्मामान विदाई।
Balod:  बालोद पुलिस ने 02 दिवस में जुआ खेलते 15 आरोपियों को किया गिरफ्तार।
Bilaspur:  फोटोबाजी के लिए पार्षद का खिलवाड़, मगरमच्छ के पीठ पर बैठ थाम ली लगाम  बिलासपुर रतनपुर सोशल मीडिया पर धाक जमाने और हवाबाजी करने के लिए रतनपुर का एक पार्षद ने एक विशालकाय मगरमच्छ के पीठ पर बैठ फोटो खिचवाने के लिए उस  मगरमच्छ पर बंधे रस्सी को घोड़े की लगाम की तरह थाम ली। उनकी देखा सीखी अब नगर के कई युवा और बच्चे भी इस तरह की हरकत कर अपनी जान जोखिम में डाल सकते हैं। ये महाशय है रतनपुर नगर पालिका के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद हकीम मोहम्मद, एक जन प्रतिनिधि होने के कारण उन्हे इस तरह की खतरनाक फोटो बाजी को रोकना चाहिए और लोगो को जागरूक करना चाहिए जबकि वो खुद इस तरह की स्टंटबाजी को बढ़ावा दे रहे  दरसल रतनपुर के वार्ड क्रमांक 5 रानीपारा में स्थित बिकमा तालाब जिससे लगा हुआ खेत में  था मगरमच्छ मोहल्ले के कुछ लोग सुबह उठ कर निकले खेत की ओर जहां खेत में घूमता हुआ दिखा  मगरमच्छ जिसे देख होश उड़ गय चीख पुकार सुन कर पूरे मोहल्ले हो गय एकत्रित सभी ने हिम्मत जुटा कर किसी भी तरह बांध कर वन विभाग को दी सूचना सूचना मिलते ही वन विभाग अधिकारी पहुंचे टीम के साथ पहुंचकर खुटा घाट में छोड़ा गयापर वहा देखी गई लापरवाही रतनपुर नगर पालिका के जनप्रतिनिधि वार्ड क्रमांक 12 के भाजपा पार्षद हकीम मोहम्मद के द्वारा ऐसे खिलवाड़ किया जा रहा है ।जिसकी वीडियो फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है क्या एक जनप्रतिनिधि होते हुए ऐसी हरकत कीया जाना चाहिए। भारतीय दंड संहिता की धारा 428 और 429 के तहत अगर किसी ने जानवर को जहर दिया, जान से मारा, कष्ट दिया तो उसे दो साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही कुछ जुर्माने का भी प्रावधान है। अब देखना है कि सरकार द्वारा इस लापरवाही के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे